मुकेश खन्ना के बेहतरीन डायलाग

Mukesh Khanna best dialogue in Hindi Superhit dialogue. He is one of the finest actor in Bollywood whose dialogue delivery is iconic in Hindi movies.
मुकेश खन्ना के बेहतरीन डायलाग
मुकेश खन्ना हिंदी सिनेमा के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक हैं। हम उनकी डायलॉग डिलीवरी की तुलना राज कुमार और दिलीप कुमार से कर सकते हैं।उनकी कुछ यादगार फिल्म्स Saudagar (1991), Yalgaar (1992), Tahalka (1992), Shaktiman (1993), Main Khiladi Tu Anari (1994), Barsaat (1995), Raja (1995) Policewala Gunda(1995) , Veer (1995), Himmat (1996), Maidan-E-Jung (1995), Judge Mujrim (1997), Hera Pheri (2000) and Plan (2004).
माना किस्मत ने हरा दिया है दोस्त, पर इतने तोह गुनेहगार नहीं हम
… मरे एक सिपाही कि मौत , क्या इसके भी हक़दार नहीं हम From Movie: Tahalka
सारंग का सर सूली पर चढ़ सकता है, बारूद कि तरह फट सकता है, कट सकता है… मगर झुक नहीं सकता From Movie: Saugandh
जंग में प्यार नहीं होता… लेकिन प्यार में जंग हुआ करती है From Movie: Betaaj Badshah
बदलने वाली हम चीज़ नहीं … अरे हम मर्द है, कोई कमीज नहीं From Movie: Tahalka
जिसने दिल पे ज़ख्म खाया हो, वो इस ज़ख्म से क्या घबराएगा …पीये हो जिसने खून के आसूं , क्या वो इस खून से मर जायेगा From the Movie: Tahalka
अपने मतलब के वास्ते हमने आसमानों से कुछ नहीं माँगा … हमने गुलशन कि खैर मांगी है कोई तख़्त-o-ताज नहीं माँगा From the Movie: Tahalka
मजबूरी में दया कि भीक मांगी जाती है … कोई शर्त नहीं रख जाती From Movie:Betaaj Badshah
Read More